2023 में एक सफल कोचिंग सेंटर बिज़नेस शुरू करने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?

जीवन में शिक्षा का महत्व हम सब अच्छे से जानते ही हैं, जहां शिक्षा नहीं होती है वहां विकास नहीं होता, प्रगति नहीं होती।

यदि किसी भी स्कूल कॉलेज में एडमिशन करवाना हो या फिर अच्छी नौकरी चाहिए हो तो अच्छे नंबर आना बहुत जरूरी होतें है और इसलिए ही आजकल जगह-जगह कोचिंग क्लासेज की आवश्यकता बढ़ती जारही है।

कोचिंग सेंटर coaching-center-business-hindi
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कोचिंग सेंटर की विशेषताएं

  • विद्यार्थियों के अच्छे अंक लापाने के कारण ही कोचिंग व्यवसाय की इतनी अहमियत बढ़ गई है।
  • आमतौर पर coaching center/classes विद्यार्थियों को स्कूल, कॉलेजों की तुलना में अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिए लगभग सभी विद्यार्थियों को अच्छी कोचिंग की आवश्यकता पड़ती है।
  • यदि किसी विषय में आपकी बहुत अच्छी रूचि और अच्छा ज्ञान है तो आप भी खुद का कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं।
  • जरूरी नहीं है कि कोचिंग व्यवसाय शुरू करने के लिए आपका एक अध्यापक होना जरूरी है।
  • यदि आपकी किसी विषय में अच्छी पकड़ है तो अपना खुद का कोचिंग सेंटर शुरू करके कमाई कर सकते हैं।
  • वैसे भी हमारे भारत देश में कोचिंग में पढ़ने जाने का बहुत चलन हो गया है।
  • सभी माता-पिता अपने बच्चों को अच्छे कोचिंग सेंटर में भेजना चाहते हैं ताकि बच्चों को अच्छे से अच्छे अंक प्राप्त हो।
  • कोचिंग सेंटर में जितनी अच्छी से अच्छी शिक्षा व्यवस्था होगी उतने ही ज्यादा बच्चे आपके यहां पढ़ना पसंद करेंगे और उतना ही आपका संस्थान सेंटर सफल होगा।
  • तो आइए जानते हैं कि कैसे और किन जरूरी बातो को ध्यान में रखकर आप खुद का कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं और कैसे इसे अपना बिजनेस बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।

Coaching Institute, Coaching Center, Coaching Classes या Tuition सभी इसी श्रेणी के छोटे बड़े रूप हैं

कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें?

1खुद के कोचिंग सेंटर की शुरुआत घर से भी की जासकती है।
2यदि आप चाहे तो अच्छी लोकेशन का चुनाव करके मध्यम एवं बड़े स्तर पर भी शुरू कर सकते हैं।
3फ्रेंचाइजी लेकर भी कोचिंग सेंटर की शुरुआत की जा सकती है परंतू उसमें अधिक निवेश की अवश्यकता होगी।

1. अपनी स्किल का मूल्यांकन करें

  • एक शिक्षक के तौर पर विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए कम से कम एक विषय में आपका दक्ष होना जरूरी है ताकि आप विद्यार्थियों को ठीक से पढ़ा सके।
  • ऐसे विषयों को ही चुने जिसमें आपकी बहुत रूचि हो, क्योंकी सही विषयों का चुनाव आपके संस्थान और बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
  • अतिरिक्त विषय पढ़ाने के लिए आप अन्य शिक्षकों को भी अपने साथ जोड़ सकते हैं।
  • आप को पढ़ाने के अलावा कोचिंग सेंटर में होने वाली अन्य गतिविधियां व संचालन संबंधित प्रबंधक कार्यो का भी ध्यान रखना होगा।

2. कोचिंग सेंटर में पढ़ाई जाने वाले विषय एवं कक्षा का निर्धारण

  • कोचिंग क्लास शुरू करने से पहले आपको विषय और कक्षा का निर्धारण करना होगा।
  • सबसे पहले तो ऐसे विषय का चुनाव करें जिसमें आप परिपक्व एवं निपुण हो।
  • ताकि अच्छे से अच्छी शिक्षा और ज्ञान बच्चों को प्राप्त हो।
  • फिर उसके बाद कक्षाओं का निर्धारण करें।
  • कौन सी कक्षा से कौन सी कक्षा तक के विद्यार्थी के लिए आप कोचिंग सेंटर संचालित करेंगे यह तय करले।
  • समय का निर्धारण कर ले कक्षा अनुसार।
  • यदि जरूरत लगे तो फैकल्टी का भी प्रबंध करले।

3. फीस का निर्धारण करें

फीस पर मुख्य प्रभाव आपकी लोकेलिटी और लोकेशन का पड़ता है जैसे ग्रामीण शहरी या महानगर के क्षेत्रों में ली जाने वाली फीस मैं बहुत बड़ा अंतर आ जाता है,
इंग्लिश, हिंदी माध्यम, CBSC एवं स्टेट बोर्ड आदि में पढ़ने वाले बच्चों की फीस में भी फर्क पड़ता है।

प्रयास करें कम फीस लेकर ज्यादा से ज्यादा बच्चों को पढ़ाये, नाकि ज्यादा फीस लेकर कम बच्चो को इस प्रकार आप अधिक से अधिक बच्चों को अपने कोचिंग सेंटर की ओर ला सकते हैं।”

जैसे-जैसे आपके कोचिंग सेंटर लोकप्रियता बढ़ने लगेगी धीरे-धीरे छात्र आपसे जुड़ते चले जाएंगे, इसीलिए फीस के निर्धारण का निर्णय आप उपरोक्त बातों को ध्यान में रखकर अपने विवेक से लें।

4. संस्थान के लिए जगह का चुनाव

जैसा कि बताया जा चुका है कि आप अपने घर से कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं परंतु फिर भी अगर आपको कोई जगह की तलाश है

  • ऐसी जगह की तलाश करें जहां आसपास के क्षेत्रों से भी आसानी से पहुंचा जा सके।
  • आस-पास पार्किंग व्यवस्था अच्छी हो।
  • ऐसी जगह न देखें जहां बहुत शोर शराबा हो।
  • अपने बिजनेस प्लान के हिसाब से यह भी देखें कि कितनी जगह पर्याप्त होगी।

5. कोचिंग सेंटर के लिए संसाधनों का इंतजाम

इसके लिए सामान्यतः कुछ चीजों की आवश्यकता पड़ती है जैसे

  1. बेंच, टेबल-कुर्सियां, वाइटबोर्ड, डस्टर एवं अन्य स्टैनरी का सामान।
  2. जरूरत पड़ने पर Computer, Printer, Smart-Board, Projector, Internet Connection आदि का इस्तमाल करना ही चाहिये।
  3. किताबें स्टेशनरी आदि सामान रखने के लिए आपको अलमारी, बुक्शेल्फ या रैक्स की जरूरत भी पड़ेगी।
  4. अपने कार्य क्षेत्र में साफ-सफाई के साथ-साथ टॉयलेट एवं पीने के पानी की उचित व्यवस्था का ज़रुर धयान रखें।
  5. जरूरत अनुसार सहायक कर्मचारियों एवं अन्य शिक्षकों की नियुक्ति करें।

6. कोचिंग सेंटर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस

किसी भी प्रकार की छोटी या बड़ी कोचिंग क्लास या कोचिंग सेंटर को चलाने के लिए भारत के कानून के अनुसार आपको कुछ डाक्यूमेंट्स और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।

  1. कोचिंग सेंटर की स्थापना आप मुख्यतः निन्म माध्यमो से कर सकते हैं
  2. Address Proof
  3. लोकल मुंसिपल बॉडी (नगर पालिका, नगर निगम) से Shops and Establishments Act के अंतर्गत पंजीयन
  4. Pan Card
  5. Identity Proof
  6. Fee Payment Challan (वह रसीद जो बच्चों से फीस लेने पर आप उन्हें देंगे)
  7. चालू खाता (Current account) जिसमें आप छात्र से फीस प्राप्त करेंगे एवं कोचिंग सेंटर में होने वाले अन्य खर्चों को भी इसी से संचालित करेंगे
  8. जरूरत पड़ने पर कमर्शियल बिजली कनेक्शन भी लेना पड़ सकता है

मार्केटिंग पर जरूर ध्यान दें

शुरुआती समय में बहुत कम लोग आपके संस्थान को जानेंगे लोगों को आपके नए कोचिंग सेंटर के बारे में पता चले उसके लिए आप कुछ मार्केटिंग के तरीके अपना सकते हैं।

  • सबसे पहले आप अपने आस-पड़ोस, जानकार आदि पेरेंट्स से उनके बच्चों के लिए संपर्क स्थापित करें।
  • फ्री डेमो क्लासेस रखें।
  • बच्चों के स्कूल टाइमिंग एवं अन्य एक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए उनके अनुसार कोचिंग के समय में बदलाव करें।
  • WhatsApp, Facebook, Instagram पर प्रचार करें।
  • Youtube पर विषय से संबंधित short एवं video बनाएं।
  • होर्डिंग और बैनर के द्वारा स्कूल कॉलेज आदि के सामने प्रचार करें।
  • समाचार पत्रों और पंपलेट आदि द्वारा विज्ञापन कर सकते हैं।

शिक्षा की गुणवत्ता का ध्यान रखें

पहले से ही ऐसे कई सारे कोचिंग सेंटर होते हैं जो अपनी पकड़ को मजबूत बना चुके होते हैं, और आपका कोचिंग सेंटर अभी नया है तो आपको पूरा पूरा ध्यान रखना होगा कि आप अच्छे से अच्छा और बेहतर शिक्षा का माहौल बच्चों को दें।

बच्चे अगर आपके पढ़ाने के तरीके से संतुष्ट होंगे तो वह आपके ही कोचिंग सेंटर पर आना पसंद करेंगे, साथ ही साथ में अन्य बच्चों को भी आपके कोचिंग सेंटर की सलाह देंगे।

आपके पढ़ाने का तरीका आसान, Interesting व Creative होना चाहिए ताकि छात्रों को समझने में आसानी हो और उनकी रुचि बनी रहे।

निष्कर्ष

भारत एक बहुत बड़ी आबादी वाला देश है जिसमें लाखों-करोड़ों छात्र अच्छी नौकरी एवं भविष्य को पाने के लिए लगातार प्रयास करते रहते हैं, जिसके लिए उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त करना अनिवार्य हो गया है और इसी कारण से कोचिंग इंस्टीट्यूट्स की आवश्य्कता बढ़ती जारही है।

तू बेझिझक आप एक छोटी शुरुआत करके लंबे समय तक देश की आने वाली युवा पीढ़ी को एक अच्छा भविष्य प्रदान करने में सहायक हो सकते हैं।

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